Top 10 super food who cure Fatty LiverTop 10 super food who cure Fatty Liver

Super Food For Fatty Liver disease

लिवर (liver)हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, और इसके स्वास्थ्य का केयर (liver health) करना बेहद जरुरी है। लेकिन गलत खान-पान और गलत जीवनशैली जैसी अन्य समस्याओ के कारण लिवर से जुडी अनेको बीमारियांं आजकल काफी आम हो गई हैं। यह समस्याएँ पुरे शरीर के स्वास्थ्य को बिगाड़ सकती हैं। लेकिन चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि कुछ खास सुपरफ़ूड्स (super food) हैं जो आपके लिवर (fatty liver) के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं। यहाँ हम आपको उन 10 सुपरफ़ूड्स (10 super food) के बारे में बताएंगे जिनका सेवन कर आप अपने लिवर (fatty liver disease) की बीमारी से आराम पा सकते हैं:

ब्रोकली (Broccoli) for fatty liver hindi

ब्रोकली (broccoli) एक बहुत ही कम कैलोरी वाला वेजिटेबल (vegetable) है। इसमें मुख्य रूप से low fat के साथ कार्ब्स (carbs) और प्रोटीन (protine) होता है। इसमें विटामिन सी, फोलेट, विटामिन के और विटामिन ए सहित कैल्शियम, फॉस्फोरस, और जिंक जैसे पोषक तत्व भी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। कैंसर प्रोटेक्टिव (cancer protective), हार्मोनल बैलेंस(hormonal balance), और स्ट्रांग इम्यून सिस्टम (A Strong Immune System) जैसे गुणों के साथ ही यह हार्ट हेल्थ (Heart Health)और आई हेल्थ (eyes health) के लिए भी अच्छा होता है, लेकिन साथ ही यह फैटी लिवर (fats on liver) से पीड़ित मरीजों में असामान्य लिवर एंजाइम को भी कम करने में मदद करता है। आप सलाद, वेजिटेबल्स या पराठे के रूप में इसका सेवन कर सकते है। ध्यान रखे इसे कुक करते समय ओलिव आयल (olive oil) का ही इस्तेमाल करे। 

पालक (spinach in fatty liver diet)

फैटी लिवर (fatty liver) के लिए पालक (spinach) एक बहुत ही अच्छा फ़ूड (super food option) है। पालक विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, फोलेट (Suppliments of vitamin-B), और पोटेशियम सहित कई अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें फाइबर, ऑक्सालेट जैसे तत्व भी पाए जाते है जोकि प्राकृतिक रूप से सभी पौधो में पाया जाने वाला पदार्थ है। साथ ही यह कैलोरी में भी बहुत लो (low) होता है। आयरन (iron) की मात्रा इनमे भरपूर होती है,

इससे कोई फर्क नहीं पड़ता आप इसे किस तरह सर्व (diet) करते है। इसका सेवन करने से अनेक फायदे होते है, लेकिन फैटी लिवर (fats on liver) के लिए यह लिवर में फैट की मात्रा को बढ़ने से रोकने में  मदद करता है। इसे आप रोज वेजिटेबल के रूप में यूज़ कर सकते है। इसके अलावा आप इसे सूप (soup), या कच्चे रूप में सलाद की तरह भी यूज़ कर सकते है। 

avocado how to cure fatty liver

एवोकाडो (avocado) एक बढ़िया और पौष्टिक फल (fruit) है और फैटी लिवर (fatty liver) के मरीजों के लिए यह फायदेमंद भी है। आप के जानकारी के लिए बता दे की एक पूरे मीडियम साइज एवोकाडो में लगभग 240 कैलोरी, 22 ग्राम फैट (15 ग्राम मोनोअनसेचुरेटेड, 4 ग्राम पॉलीअनसेचुरेटेड, 3 ग्राम संतृप्त), 13. 3 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 3.2 ग्राम प्रोटीन, 10 ग्राम फाइबर और 11 मिलीग्राम सोडियम होता है। इसमें सोडियम का लेवल तो कम होता ही है साथ ही कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी ना के बराबर होती है।

इसके अनेक लाभ देखने को मिलते है जैसे; पाचन में सुधार (Improving digestion), अवसाद के जोखिम को कम करना (reducing the risk of depression), हड्डियों के लिए सहायक (supporting bones), हृदय स्वास्थ्य का समर्थन (supporting heart health) करना, तथा कैंसर से बचाव करना (protecting against cancer)और भी बहुत कुछ।

लेकिन इसके अलावा यह फैटी लिवर (Cure Fatty Liver) से जुड़े मरीजों का NAFLD(Non-alcoholic fatty liver disease) के रिस्क (risk) को कम करता है। वैसे तो यह पुरे साल उपलब्ध रहता है लेकिन जनवरी से मार्च के समय इसका सेवन ज्यादा उचित होता है। ध्यान दे एक दिन में एक से दो एवोकाडो (avocado) का ही सेवन करे।

मशरूम (mushroom fatty liver treatment)

मशरूम (mushroom) फलियां नामक पौधे का एक परिवार है, जिसमें बीज (seeds) पाया जाता है। यह सेहत के लिए तो फ़ायदेमंद होता ही है, साथ ही जिन लोगों को फैटी लिवर (fatty liver) से जुड़ी समस्या है उन्हें मशरूम का सेवन करना चाहिए। यह लिवर में हुए सूजन (inflammation of the liver) को कम कर यह सुनिश्चित करता है कि फैटी लीवर (fatty liver Treatment) से पीड़ित व्यक्ति को लीवर फेलियर (liver failure) का खतरा न हो।

इसमें पाए जाने वाले तत्व कुछ इस प्रकार है; विटामिन-B (B2, B3, फोलेट, B5), फॉस्फोरस, विटामिन डी, सेलेनियम, कॉपर, और पोटैशियम। लीवर में सूजन को ठीक करने के अलावा भी इससे अनेको लाभ होते है जैसे कैंसर का खतरा कम होना, सोडियम की मात्रा कम होना (Lowering sodium content) जिससे कोलेस्ट्रॉल कण्ट्रोल (cholesterol under control) में रहता है, मस्तिष्क स्वास्थ्य (brain health) की रक्षा जैसे टेंशन को कम (reducing stress) करना , विटामिन डी का स्रोत प्रदान करना, आंत को स्वस्थ बनाना, प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा मिलना आदि। 

grains for fatty liver diet in hindi

साबुत अनाज (whole garin) बहुत ही आसानी से मिलने वाला खाद्य पदार्थ (super food) है। इसका सेवन करने से अनेक बीमारियांं ठीक करने में मदद मिलती है। इसमें पाए जाने वाले पदार्थ; फाइबर से भरपूर, तथा विटामिन बी, आयरन, कॉपर, जिंक, मैग्नीशियम, एंटीऑक्सिडेंट और फाइटोकेमिकल्स की भी आपूर्ति करने वाली है।(fatty liver diet in hindi)

साबुत अनाज में साबुत गेहूं, जई, मक्का (maize), जौ, ग्राहम आटा(ग्लूटेन युक्त गेहूं का आटा), जई का दलिया, आदि शामिल है। यह लिवर में बढ़ रहे फैट लेवल (fats on liver) को कण्ट्रोल करता है। साथ ही इसके अन्य लाभ भी है जैसे कोलेस्ट्रॉल के स्तर (cholesterol level) , वजन (weight) और रक्तचाप (blood pressure) को नियंत्रित करने में मदद करना। यह खाद्य पदार्थ मधुमेह (diabetes), हृदय रोग (heart disease) और अन्य स्थितियों के जोखिम को कम करने में भी मदद करता हैं। इस खाद्य पदार्थ के अनेको फायदे है इसलिए इसे रोज सेवन के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

नाशपाती ( Pear cure for fatty liver)

नाशपाती (pear) फाइबर का एक अच्छा स्रोत (source) है। इसका सेवन करने से फैटी लिवर (cure for fatty liver)से निदान में सहायता मिल सकती है। पोषक तत्वों से भरपूर नाशपाती कम कैलोरी में अधिक पोषक तत्व प्रदान करती है, साथ ही इसमें सोडियम, वसा या कोलेस्ट्रॉल नहीं होता।

एक मध्यम आकार के नाशपाती (लगभग 166 ग्राम) में केवल 100 कैलोरी के लिए, प्रत्येक नाशपाती में 21% दैनिक फाइबर, 8% विटामिन सी, 4% पोटेशियम और कई अन्य स्वास्थ्य वर्धक तत्व पाए जाते हैं।

आप एक दिन में 3 से 4 नाशपाती (pear) का सेवन कर सकते है। नाशपाती अनेको प्रकार के होते है। अत्यधिक पौष्टिक नाशपाती कई अलग-अलग प्रजातियों में आती है।

इसका सेवन करने से फैटी लिवर (fatty liver best food) में अनेको प्रकार से स्वास्थ्य लाभ होते है जैसे; आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देकर पाचन प्रक्रिया को स्वस्थ रखना, इसमें सूजन रोधी गुण होते है जिससे लिवर में हुए सूजन (inflammation of the liver)को कम करने में मदद मिल सकती है, यह कैंसर रोधी प्रभाव भी प्रदान कर सकता है, और भी अनेक लाभ है। 

फलियाँ (beans food in fatty liver diet)

beans एक अच्छा और रेगुलर खाया जाने वाला (super food) बीज है। इसमें पाए जाने वाले पदार्थ है, प्रोटीन, फाइबर, फोलेट, आयरन, पोटेशियम और मैग्नीशियम जबकि इसमें वसा (fat), ट्रांस-फैट, सोडियम और कोलेस्ट्रॉल बहुत कम या बिल्कुल नहीं होता है।

इसमें फोलेट पाए जाने के कारण यह लिवर डैमेज (cure damaged liver) को ठीक करने में मदद करता हैं। इसका सेवन करने से और भी अनेक लाभ होते है जैसे; आपके वजन को नियंत्रित (weight manage) रखता है, आपके हृदय स्वास्थ्य (heart health) को स्वस्थ रखता है, मधुमेह (diabetes) नियंत्रण करता है, साथ ही यह रक्त शर्करा (blood sugar) के स्तर को नियंत्रित करने और पाचन स्वास्थ्य (digestive health) को बढ़ावा देने में भी मदद करता है।

आप इसका  सेवन सब्जी, सूप(soup), या पाउडर के रूप में आटे में मिलाकर भी कर सकते है।

blueberry fatty liver how to reduce

blueberry एक मीठी, पौष्टिक और बेहद लोकप्रिय और स्वास्थ्य में वृद्धि करने वाला (super food) फल है।

इसमें अनेक प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते है जैसे; आयरन, फॉस्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, जिंक और विटामिन। यह कैलोरी में कम होने के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है।

इनमें पॉलीफेनोल्स नामक पोषक तत्व होते हैं जो आपको गैर-अल्कोहल फैटी लीवर (non-alcoholic fatty liver) रोग से बचाने में मदद कर सकते हैं। ब्लू बेरी (blueberry) में बहुत अधिक एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं, विशेष रूप से एंथोसायनिन, जो चोकबेरी और एल्डरबेरी (बेरीज की अलग-अलग प्रजातियां) में भी पाए जाते हैं।

इससे अनेक लाभ प्राप्त होते है जैसे रक्तचाप, हृदय रोग को रोकना, और भी बहुत कुछ। इन सभी बीमारियों पर कण्ट्रोल होने से (how to reduce fatty liver) फैटी लिवर के सुधार में तेजी देखने को मिलती है। 

मेवे और बीज ( sprouts fatty liver food)

मेवा और बीजो का सेवन करने से फैटी लिवर (fatty liver) की समस्या में कमी देखने को मिलती है। इनका सेवन करने से प्रोटीन, हेल्थी फैट (healthy fat), फाइबर (fiver), विटामिन और खनिज(minerals) जैसे पदार्थो का लाभ प्राप्त होता है। 

नट्स (nuts) और बीजों (seeds) में असंतृप्त वसा(Unsaturated fat) और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो हृदय रोग (heart) और मधुमेह के खिलाफ सुरक्षात्मक प्रभाव प्रदान करते हैं। जिससे मोटापा (obesity) और अन्य बीमारियांं भी क्योर (cure) होती है। ऐसा होने से फैटी लिवर (fatty liver) से पीड़ित मरीज को आराम मिलता है।

कुछ नट्स में आर्जिनिन अमीनो एसिड (amino acid) भी उच्च मात्रा में पाया जाता है, जो रक्त वाहिकाओं (blood vessels) को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल (blood cholesterol level) को सही रखने के साथ ही सूजन में भी आराम देता है। ध्यान रखे मेवा का प्रयोग 7 से 8 घंटे भिगोने के बाद ही करे। 

मेवे और बीज (sprouts fatty liver food)

मेवा और बीजो का सेवन करने से फैटी लिवर (fatty liver) की समस्या में कमी देखने को मिलती है। इनका सेवन करने से प्रोटीन, हेल्थी फैट (healthy fat), फाइबर (fiver), विटामिन और खनिज(minerals) जैसे पदार्थो का लाभ प्राप्त होता है। 

नट्स (nuts) और बीजों (seeds) में असंतृप्त वसा(Unsaturated fat) और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो हृदय रोग (heart) और मधुमेह के खिलाफ सुरक्षात्मक प्रभाव प्रदान करते हैं। जिससे मोटापा (obesity) और अन्य बीमारियांं भी क्योर (cure) होती है। ऐसा होने से फैटी लिवर (fatty liver) से पीड़ित मरीज को आराम मिलता है।

कुछ नट्स में आर्जिनिन अमीनो एसिड (amino acid) भी उच्च मात्रा में पाया जाता है, जो रक्त वाहिकाओं (blood vessels) को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल (blood cholesterol level) को सही रखने के साथ ही सूजन में भी आराम देता है। ध्यान रखे मेवा का प्रयोग 7 से 8 घंटे भिगोने के बाद ही करे। 

मौसमी फल Seasonal fruits for fatty liver

जब बात आती है, स्वास्थ्य के देखभाल की तो मौसमी (seasonal) फलों का महत्व कभी भी नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता है। ये फल हमें हमारे शारीरिक (physical) और मानसिक (mental health) स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। यह पूर्ण प्राकृतिक तथा आसानी से मिलने वाले ताजे फल होने के कारण फैटी लिवर (fatty liver) के समय इनका सेवन करने से शरीर में ताजगी और बीमारी से लड़ने की छमता बनी रहती है। इसलिए फैटी लिवर की समस्या होने पर मौसमी फल का सेवन जरूर करे। मौसमी फल के कुछ लाभ निम्न बताये गए है; 

पौष्टिकता (nutrition)

मौसमी फल (seaonal fruits) अपनी पौष्टिकता के लिए प्रसिद्ध हैं। वे विटामिन, मिनरल्स, फाइबर और एंटिऑक्सीडेंट्स (anti-oxidents) से भरपूर होते हैं। जो कि हमारे शरीर के सही विकास और फंक्शनिंग के लिए आवश्यक होते हैं तथा लिवर (liver) को भी स्वस्थ रखते है। 

रोग प्रतिरोधक क्षमता (disease resistance)

 मौसमी फलों में विटामिन सी (vitamin-c) की अधिक मात्रा होती है, जिससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता (immune system) मजबूत होती है और हम संक्रमणों से बच सकते हैं। ऐसा होने के कारण फैटी लिवर (fatty liver food) से लड़ने में शरीर को जरुरी शक्ति प्रदान होती है।

Liver health

अनेक मौसमी फल लिवर स्वास्थ्य (liver health) को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। वे कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) तथा अन्य बीमारियों को नियंत्रित करके लिवर (liver) संबंधित बीमारियों के खतरे को कम करते हैं।

वजन नियंत्रण

मौसमी फलों में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो वजन को नियंत्रित करने में मदद करती है। ये भरपूर महसूस करने में मदद करते हैं और भूख को कम करने में सहायक होते हैं। जिसके कारण लिवर में जमा होने वाले फैट की मात्रा कम हो सकती है।

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