फैटी लीवर क्या होता है ? ( fatty liver Diet in hindi )
आयुर्वेद के अनुसार पित्त के खराब होने की वजह से फैटी लीवर होता है, लीवर पर जब सामान्य से ज्यादा चर्बी जम जाती है तो उसे यकृत वसा यानि की फैटी लीवर कहते है। गलत खानपान और सही लाइफस्टाइल न होने की वजह से इस तरह की प्रॉब्लम अब आम हो गयी है जब लीवर पर लीवर के वजन से 10% से ज्यादा चर्बी जमा हो जाती है तब लीवर ( Fatty Liver Diet ) को इलाज की जरूरत होती है
फैटी लीवर के कारण ( fatty liver cause in hindi )
एक बार आपको फैटी लीवर होने के कारण के बारे में पता चल गया तो आपको फैटी लीवर हो सकता है या नहीं , ये जानने में मदद मिलेगी। फैटी लीवर होने के बहुत से कारण होते हैं। ज्यादातर लोगों को लगता है कि फैटी लीवर की समस्या उन लोगों को होती है जो मदिरा पान ( alcoholic fatty liver ) ज्यादा करते हैं ,लेकिन ऐसा नहीं है , फैटी लीवर की समस्या शराब पीने वाले और नहीं पीने वाले दोनों को हो सकती है।
फैटी लीवर होने के बहुत सारे कारण हो सकते हैं पर ये कुछ कारण जो ज्यादातर मरीज में कॉमन होते हैं
- हेपेटाइटिस ( Hepatitis)
- मोटापा (Obesity)
- ज्यादा अल्कोहल लेना (consuming too much alcohol )
- ज्यादा फ़ास्ट फ़ूड खाना (eating more fast food)
- डायबिटीज (Diabetes )
फैटी लीवर के लक्षण ( fatty liver symptoms in hindi )
अगर समय रहते आपको पता चल जाए कि आपको फैटी लीवर की समस्या है तो आप समय से इसका इलाज कर सकते हैं। वैसे तो फैटी लीवर सामान्य बीमारी है लेकिन इसका इलाज समय से नहीं किया गया तो ये जानलेवा भी हो सकता है। बहुत लम्बे समय तक लीवर का खराब ( Liver damaged ) होना , बहुत सी बीमारियों को जन्म देता है समय पर फैटी लीवर की समस्या को ठीक करके आप बहुत सारे रोगों से बच सकते हैं , फैटी लीवर का लक्षण जल्दी पता नहीं चलता है कभी कभी 3 से 5 महीने लग जाते हैं ये जानने में कि हमे फैटी लीवर है , फैटी लीवर के आम लक्षण के बारे हम आपको बताने जा रहे हैं जिससे आप समय रहते इसका इलाज चालु कर दें
- बार बार गैस बनना (frequent gas formation)
- पेट के राइट साइड के ऊपरी हिस्से में दर्द होना (Pain in upper right side of abdomen)
- कमजोर महसूस होना (feeling weak)
- खाना डाइजेस्ट नहीं होना (Food not being digested )
- पेट में कब्ज़ रहना , पेट साफ नहीं होना (constipation, indigestion )
फैटी लीवर का घरेलु इलाज (fatty liver diet)
आयुर्वेद के उपचार (fatty liver treatment) से आप फैटी लीवर की समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं ,अंग्रेजी दवा ( Medicine ) सिर्फ रोग के लक्षण पर काम करती हैं लेकिन आयुर्वेदा रोग के कारण पर काम करता है फैटी लीवर पित्त के खराब होने कि वजह से होता है तो अगर पित्त को ठीक कर लिया जाए तो फैटी लीवर खुद ही ठीक हो जाएगा ,
हमारी रसोई में ही ऐसे बहुत से हर्ब्स (मसाले) हैं जिनको हम रोज इस्तेमाल तो करते हैं , लेकिन उनके औषधि गुणों की जानकारी ना होने की वजह से हम उनका ठीक तरह से लाभ नहीं उठा पाते हैं। खान पान और दिनचर्या में कुछ बदलाव लाकर हम फैटी लीवर (fatty liver diet ) की समस्या को पूरी तरह से ठीक कर सकते हैं
इन घरेलु नुस्खों ( फैटी लीवर में क्या खाना चाहिए ) की मदद से आप अपने लीवर को प्रोटेक्ट ( liver cure ) कर सकते हैं
आंवला फायदेमंद हैं फैटी लीवर में (Amla is beneficial in fatty liver )
हर रोज सुबह को ( Amla juice for liver detox ) 2-3 आंवला का जूस पियें। आंवला में भरपूर मात्रा में विटामिन-C होता है , और ये एंटी ऑक्सीडेंट होता है , जो लीवर से टॉक्सिन्स ( Toxins ) को बाहर करता है और लीवर फंक्शन ( Liver functions ) को दुरुस्त रखता है।
शराब जहर है फैटी लीवर की समस्या में (Alcohol is poison in fatty liver problem )
और अगर आप अल्कोहल लेते हैं तो अभी तुरंत छोड़ दें अल्कोहल (Alcohol) छोड़ने से लीवर की सूजन कम होगी।
खानपान में डाइट ( fatty liver diet ) को बैलेंस करें खाने में हरी सब्जियां फल , सलाद शामिल करें। पालक , ब्रोकली , करेला , लौकी , टिंडा , तोरी गाजर चुकंदर लहसुन प्याज अंकुरित अनाज ज्यादा से ज्यादा लें।
ये चीजें भी ले सकते है फैटी लीवर में (These things can also be taken in fatty liver )
फैटी लीवर की समस्या में सादा चावल खा सकते हैं चावल में घी या तेल न डालें। फैटी लीवर की समस्या में दही और छाछ ले सकते हैं, और बिना मलाई का दूध ( toned milk ) भी ले सकते हैं
दोपहर के बाद 3 से 4 बजे के बीच ग्रीन टी या तुलसी टी ( Ayurvedic Tea ) या लेमन टी ले सकते हैं इससे भी लीवर पर जमा फैट मेल्ट ( Fat melt ) होता है
दाल के रूप में हरी मुंग दाल और मसूर दाल ले सकते हैं।
लंच के 30 मिनट बाद 1 गिलास छाछ में स्वादनुसार काला नमक , काली मिर्च पाउडर और जीरा पाउडर मिलाकर पियें। ये भी फैटी लीवर में काफी फायदे मंद है
फैटी लीवर की समस्या में इन चीज़ो से परहेज करें (फैटी लिवर में क्या नहीं खाना चाहिए)
फैटी लीवर की समस्या में कोल्ड ड्रिंक, समुद्री नमक, सफ़ेद चीनी, रिफाइंड आयल, राजमा, सफ़ेद चना, उड़द दाल, तला भुना, जंक फ़ूड, समोसा, पकोड़ी, पिज्जा, बर्गर, छोले भठूरे आदि से परहेज करें।
फैटी लीवर के लिए आयुर्वेदिक दवाई ( Ayurvedic medicine for fatty liver )
साथ में आप कुछ आयुर्वेदिक दवाएं ( best medicine for fatty liver ) भी ले सकते हैं जो लीवर को रिकवर करने में काफी हेल्प करती हैं सुबह – शाम खाना खाने के बाद 1-1 लिवो फोर्ट कैप्सूल (Livo Fort Capsule) ले सकते हैं और सोने से पहले राजरेचन चूर्ण (Rajrechan Churna) 1 गिलास पानी के साथ ले सकते हैं
मुझे उम्मीद हैं , फैटी लिवर की समस्या को ठीक करने में यह लेख काफी मददगार रहेगा | यह जानकारी आपको कितनी मददगार लगी ,और किस विषय पर आप जानकारी चाहते हैं कमैंट्स करके जरूर बताएं |
Very good knowledge…
helpfull informatiom
thankyou!
thanks for giving helpful information.
for good information