बीपी बढ़ने का कारण और इलाज | Causes and treatment of High B.P.

बीपी बढ़ने का कारण और इलाजबीपी बढ़ने का कारण और इलाज

सभी को चटपटा खाना पसंद है और नमक तो चटपटे भोजन का ताज है ऐसे में यदि कोई भोजन में नमक ज्यादा या कम खाने को कहे तो हमें थोड़ा अजीब लगेगा। लेकिन एक ऐसी बीमारी है जिसमें आपको नमक को टाटा बाय करना पड़ेगा जिसे हम हाई ब्लड प्रेशर (High B P)कके नाम से जानते हैं।

High B P Diet

उच्च रक्त चाप (High B P in hindi) क्या है

हाई ब्लड प्रेशर  को हाइपरटेंशन (hyper-tension) भी कहते हैं। हाई ब्लड प्रेशर दिल(heart) से जुडी एक गंभीर बीमारी है। कभी कभी एक स्वस्थ व्यक्ति को भी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती हैं  क्योंकि हाई ब्लड प्रेशर एक जेनेटिक बीमारी है। हाई ब्लड प्रेशर की समस्या महिलाओं  के तुलना से पुरुष वर्ग में ज्यादा देखने को मिलता है। इंडिया में हाई ब्लड प्रेशर एक आम बीमारी है जो की हर साल लगभग 10 मिलियन लोगो को अपने चपेटे में लेता है।

 

बढ़ते उम्र के साथ ब्लड प्रेशर का खतरा पहले से ज्यादा बढ़ रहा  है। नॉर्मल ब्लड प्रेशर 120/80 mmHg  होता है, कुछ केस में 140/80 mmHg भी नॉर्मल होता है। अगर आपका ब्लड प्रेशर 140/80 mmHg से अधिक  बढ़ जाता है तो ये हाई ब्लड प्रेशर की निशानी  है। अब हमने ये जान लिया हाई ब्लड प्रेशर क्या होता है। आइये अब हम जाने  कि हाई ब्लड प्रेशर क्यों एक गंभीर समस्या है, हाई ब्लड प्रेशर होने का कारण क्या है, कब-कब ब्लड प्रेशर चेक करें, और बीपी बढ़ने का कारण और इलाज क्या है।

हाई ब्लड प्रेशर क्यों एक गंभीर समस्या है (Causes of high blood pressure)

हाई ब्लड प्रेशर कोई गंभीर समस्या नहीं है परंतू लम्बे समय से चली आ रही हाई ब्लड प्रेशर की समस्या एक गंभीर बीमारी को जन्म दे सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है हाई ब्लड प्रेशर पुरी दुनिया के मुख्य रोग में से एक है, अप्राकृतिक मृत्यु के लिए । हम जानते हैं ब्लड प्रेशर बढ़ने से कार्डिएक अटैक,  हार्ट अटैक, लकवा, पेरिफेरल डिजीज, हार्ट फेल्योर, ब्रेन हैम्ब्रेज, आखो के धमनियो में दबाव जैसे मामले बढ़ रहे हैं जो कि एक गंभीर समस्या है। कुछ और कारण भी  है जिससे हमें हाई ब्लड प्रेशर से सतर्क होने की जरूरत है

आज के युग में सभी काम को लेकर इतने व्यस्त हो गए हैं कि उन्हें अपने खान पान और अपने दिनचर्या की ओर ध्यान देने का समय भी नहीं होता है। ऐसे में व्यक्ति बाहर का फास्ट फूड जैसे पिज्जा, बर्गर, इत्यादि से वह अपने को तृप्त कर लेता है। वहीं बीमारियां आप को अपने चपटे में लेने के लिए घात लगा कर बैठे होते हैं। ऐसे मे  बहुत सी बीमारियां  है जिन्हे अगर हम ध्यान ना दे तो आगे चल कर बहुत बडी समस्या उत्पन्न हो सकती है। उनमें से एक का नाम हाई ब्लड प्रेशर है। 

हाई ब्लड प्रेशर (बीपी) ज्यादा नमक और एसिडिक खाना खाने से होता है। गलत दिनचर्या और योग की कमी भी आपके बीपी बढ़ने का कारण हो सकता है। हाई ब्लड प्रेशर मदिरा पान, तम्बाकू , सिगरेट  या  ज्यादा  मात्रा में कॉफी का सेवन करने से भी हो सकता है। कुछ परिस्थिति में इंसान  को वर्तमान या भूतकाल में हुए किडनी से संबंधित समस्या भी हाई ब्लड प्रेशर का कारण हो सकती है। बहुत से परिस्थिति में स्वस्थ व्यक्ति को जेनेटिकली हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है। 

high blood pressure symptoms

ब्लड प्रेशर ( रक्त चाप ) किसे और कब - कब चेक कराना चाहिए

रिसर्च के अनुसार  ,  यदि रोगी  को उसके बीमारी के बारे में  बार- बार याद दिलाया जाए तो ठीक होने में नॉर्मल से ज्यादा समय लगता है जिसके कारण कई बार रोगी को उसके बीमारी के बारे में नहीं बताया जाता है। कुछ लोग टेंशन में आ कर दिन में तीन से चार बार ब्लड प्रेशर चेक करते हैं जोकि सही नहीं है। 

व्यक्ति को अगर हाई ब्लड प्रेशर नहीं है तो 18 – 40 साल की उम्र वर्ग को चाहिए कि हर तीन साल पर एक बार ब्लड प्रेशर चेक कराएं, 40 से ऊपर की उम्र वाले साल में एक बार ब्लड प्रेशर चेक करें। 18 से कम उम्र वालों को ब्लड प्रेशर से कोई खतरा नहीं होता है। आपने देखा होगा जो व्यक्ति ब्लड प्रेशर से गंभीर होते हैं वो अपना ब्लड प्रेशर दिन में 4-5 बार चेक करते हैं जो उन्हें टेंशन देकर उनके ब्लड प्रेशर को और बढ़ाता है जो आपको बिल्कुल नहीं करना है। यदि आप को हाई ब्लड प्रेशर है तो कोशिश  करें ब्लड प्रेशर मशीन का इस्तेमाल महीने में एक ही बार करें। और दिए गए नियमों का पालन करें।

जागरुक रहे स्वस्थ रहे।

हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कैसे करें |(high blood pressure treatment in hindi)

दुनिया में बहुत सी समस्या है पर ऐसी कोई समस्या नहीं जिसका कोई हल नहीं। हाई ब्लड प्रेशर भी एक समस्या है और इसका भी समाधान ( High B P Diet ) है।

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High B P Diet

बीपी का इलाज ( How to control High B.P.)

7-8 घंटे की पूरी नींद लें( Take complete sleep)

एक रिसर्च के अनुसार , जो लोग  लम्बे समय से 7 घंटे से कम नींद ले रहे है उन्हें हाई ब्लड प्रेशर का खतरा अधिक होता है।  पूरी नींद लेने से ब्लड प्रेशर काम करने में मदद मिलेगी और वैसे भी अच्छे स्वास्थ्य को बरक़रार रखने के लिए 7-8 घंटे की पूरी नींद लेना जरुरी है।  

हाई ब्लड प्रेशर को समय से कण्ट्रोल करने के लिए अपनी डाइट को मैनेज करना बहुत जरुरी है अपनी डेली डाइट में फल सब्जियां साबुत अनाज शामिल करें , और नमक , चीनी , सैचुरेटेड फैट से परहेज करें।  हाई ब्लड प्रेशर मैनेज करने के लिए बाहर का खाना बिलकुल ठीक नहीं है क्योकि बाहर का खाने का  हमारे पास  ज्यादातर फ़ास्ट फ़ूड और जंक फ़ूड का विकल्प होता है जिसमे फैट और नमक काफी अधिक मात्रा में होता है।  घर पर खाना पकाने से आप नमक ,तेल , मसाले को अपने हिसाब से मैनेज कर सकते हैं जिससे आपको हैल्थी डाइट (Best Diet for High Blood Pressure) लेने में मदद मिलेगी 

नमक की मात्रा कम करें

ज्यादा नमक खाने से हाई ब्लड प्रेशर का रिस्क बढ़ता है, आप खाने में नमक की मात्रा कम करके , हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट स्ट्रोक , लीवर और किडनी  की खतरनाक बीमारियों से बच सकते है 

योगा करें ( high blood pressure and weight loss )

योगा तनाव और चिंता को कम करके हाई ब्लड प्रेशर को कण्ट्रोल करने में मदद करता है।  योगा करने से नींद अच्छी आती है  योगा मांसपेशियों को लचीला बनाकर हाई ब्लड प्रेशर को कम करके हार्ट अटैक के रिस्क को कम करता है

मन शांत और प्रसन्न रखें ( High Blood Pressure Exercise )

टेंशन , निगेटिव विचार और गुस्सा , निराशा भी हाई ब्लड प्रेशर को बड़ा सकते हैं। और अगर आप शांत और खुश रहते हैं तो हाई ब्लड प्रेशर को आसानी  से कण्ट्रोल कर सकते हैं , तो शांत स्वभाव रखें , पॉजिटिव सोचें , और खिलखिलाकर हसें। 

अगर डाइट कण्ट्रोल करने से भी आपका हाई ब्लड प्रेशर कण्ट्रोल नहीं हो रहा है तो आप आयुर्वेदिक मेडिसिन ( Ayurvedic  Medicine) हृदया अमृत कैप्सूल (Hridya Amrit Capsule )ले सकते हैं। जो शुद्ध  100% आयुर्वेदिक  है , और अर्जुन , पुष्कर ,नागवाला , बांसलोचन आदि जड़ी-बूटियों से मिलकर बना है। हृदया अमृत कैप्सूल बेड कोलेस्ट्रॉल (Bed Cholesterol ) को  खत्म करके , हाई ब्लड प्रेशर को कम करता है , और धमनियों को मजबुत  करके हमारे ह्रदय (Heart) को सुरक्षित (Protect)करता  है

मुझे उम्मीद हैं , बीपी बढ़ने का कारण और इलाज (high blood pressure ) के लिए यह लेख काफी मददगार रहेगा , यह  जानकारी आपको कितनी मददगार लगी ,और किस विषय पर आप जानकारी चाहते हैं कमैंट्स करके जरूर बताएं

14 thoughts on “बीपी बढ़ने का कारण और इलाज | Causes and treatment of High B.P.”
  1. ये हृदय अमृत कैप्सूल बहुत बढ़िया है , मैंने भी मंगाया था ,
    तीन महीने तक लिया , अब मैं बिल्कुल ठीक हूँ

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