जुकाम का घरेलु इलाज : 1 दिन में जुकाम कैसे ठीक करेंजुकाम का घरेलु इलाज : 1 दिन में जुकाम कैसे ठीक करें

जुकाम क्या है (What is common cold in hindi)

जुकाम एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है, जो नाक और गले में होती है। इसे आमतौर पर ठंडे मौसम में वायरस के कारण होने वाली संक्रमण से जोड़ा जा सकता है। जुकाम को वैज्ञानिक भाषा मे राइनाइटिस, नासॉफिरिन्जाइटिस (Rhinitis or Nasopharyngitis) और अंग्रेजी में कॉमन कोल्ड (जुकाम का घरेलु इलाज) के नाम से जाना जाता है। यह मानवीय शरीर मे सबसे पाई जाने वाली संक्रामक बीमारी है। यह संक्रमण अधिकतर बुजुर्ग और बच्चो मे पाया जाता है। यह संक्रमण हर साल बुजुर्गो मे तीन तथा औसत बच्चो मे छः से लेकर बारह बार तक हो सकती है।

जुकाम का घरेलु इलाज (Cold Remedies at home in hindi)

क्या आपको पता है, कि सामान्य जुखाम का कोई इलाज(Cold Remedies at home in hindi) नहीं होता, लेकिन हां इसके लक्षणों का इलाज जरूर किया जा सकता है। इसके लक्षण सामान्य होते हैं। यह आमतौर पर स्वस्थ और मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्ति को भी हो सकता है। लेकिन इसका उपचार आमतौर पर घरेलू उपायों और व्यायाम तथा आराम के माध्यम से किया जा सकता है। इसके कुछ लक्षण, कारण और घरेलु उपाय के बारे में बताया गया है। जिसके मदद से आप एक या दो दिनों के अंदर अपनी सामान्य जुकाम की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

जुकाम होने के लक्षण (Symptoms of common cold in Hindi)

जुकाम होने पर व्यक्ति को कई लक्षण महसूस हो सकते हैं, जो सामान्य रूप से ठंडे मौसम में होने वाले वायरस के कारण देखने को मिलते हैं। इनके लक्षण अधिकतर सामान्य ही होते है। सभी लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  • नाक बहना: जुकाम का सबसे सामान्य लक्षण है नाक से पानी बहना, या बलगम आना (बंद नाक) भी हो सकता है।
  • गले में खराश: गले में खराश या खुजली हो सकती है, जिससे पीड़ित व्यक्ति को तकलीफ होती है।
  • खांसी: जुकाम के साथ खांसी की समस्या भी हो सकती है, जो गले में इरिटेशन का कारण बनती है।
  • हल्का बुखार: जुकाम के समय इम्युनिटी सक्रिय होने के कारण शरीर में थोड़ा बुखार आ सकता है। ऐसा होने से ग्रसित व्यक्ति को ठंड भी लग सकती है।
  • शरीर में थकान: जुकाम के कारण व्यक्ति के शरीर में थकान और हल्का दर्द महसूस हो सकता है। जिसके कारण सामान्य कार्य करने में भी परेशानी हो सकती है।
  • गले में दर्द: गले में दर्द या दुखन भी जुकाम का एक लक्षण हो सकता है।
  • सांस लेने में कठिनाई: जुकाम के समय नाक में चिपचिपा बलगम इकठ्ठा होने के कारण व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई भी महसूस हो सकती है।

यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो इसके इलाज पर ध्यान दे। नीचे जुकाम के कारण और कुछ घरेलु उपचार और सावधानी बरतने के लिए कुछ बातें बताई गई हैं, जिनका पालन कर आप जुकाम की समस्या से ठीक हो सकते हैं।

जुकाम होने के कारण (Causes of common cold in Hindi)

जुकाम होने के कई कारण हो सकते हैं, जो व्यक्ति को संक्रमित कर बीमार बना सकते हैं। यहां कुछ प्रमुख कारणों के बारे में बताया गया है:

  • वायरस संक्रमण: सबसे सामान्य कारण है वायरस संक्रमण, जो ठंडे मौसम में फैल सकता है। वैसे तो अनेक वायरस सामान्य जुकाम के संक्रमण का कारण होते है लेकिन सबसे ज्यादा राइनोवायरस के मामले देखने को मिलते है।
  • बैक्टीरियल संक्रमण: बैक्टीरिया भी जुकाम का कारण बन सकते हैं, जो गले और नाक में संक्रमण कर सकते हैं। संक्रमित व्यक्ति के नजदीक जाने पर उसके खांसने या छींकने से भी यह संक्रमण हो सकता है।
  • अलर्जी: किसी भी प्रकार की अलर्जी जुकाम का कारण बन सकती है। प्रदूषण के कारण अधिक धूल या धुआं का संपर्क होना भी जुकाम के कारण बन सकते है।
  • ठंडी हवा: ठंडी हवा में रहना और ठंडे पानी का सेवन करना जुकाम का कारण बन सकता है या उसे बढ़ा सकता है।
  • हाइजीन की कमी: सही हाथ धोने का अभ्यास न करना और आस-पास साफ़-सफाई नहीं रहना भी जुकाम का कारण बन सकता है।
  • बच्चों में आम बीमारियाँ: बच्चों में सामान्य बीमारियों के कारण जुकाम हो सकता है।
  • बुढ़ापे में कमजोर प्रतिरक्षा: बुढ़ापे में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है, जिससे जुकाम होने का खतरा बढ़ सकता है।
  • धूम्रपान: धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों में जुकाम का खतरा अधिक देखा जा सकता है।
  • ख़राब दिनचर्या: यदि शरीर अधिक आलसी रहता है, या नियमित दिनचर्या नहीं है तो इससे भी जुकाम हो सकता है।
  • इम्यून सिस्टम की कमजोरी: यदि इम्यून सिस्टम कमजोर है, तो व्यक्ति को आसानी से जुकाम हो सकता है।
  • स्वास्थ्य का ध्यान न रखना: स्वास्थ्य का ठीक से ध्यान न रखना भी जुकाम का कारण एक अहम कारण है।
  • वायरस के म्यूटेशन: अगर वायरस म्यूटेट हो जाता है, तो नए रूपों में संक्रमण के नए तरीके हो सकते है जो जुकाम का कारण बन सकता है।

सर्दी होने पर सावधानी बरतने योग्य बातें

  1. सर्दी जुकाम में आराम करना जरुरी है। अपने शरीर को आराम दें और खुद को कठिन काम से दूर रखें।
  2. मे गरम पानी से भाप ले। ऐसा दिन मे पांच (5) से छः (6) बार करने से सर्दी को एक दिन मे ठीक किया जा सकता है।
  3. नियमित गरम पानी का सेवन करें।
  4. गरम पानी मे नमक मिलाकर गरारे करें।
  5. हमेशा हाथों को समय-समय पर धोएं और अच्छी तरह से साफ़ करें। बिना जरुरत के चीजों को स्पर्श करने से बचें और बाकि लोगों से दूर रहें।
  6. अगर आप बहुत तेज वायरस से संपर्क में हैं, तो अपने मुंह और नाक को ढकने के लिए मास्क पहनें। यह आपको संक्रमण से बचा सकता है।
  7. ठंडे मौसम में तेज ठंड से बचें। अपने शरीर को अच्छे से ढककर रखें।
  8. छींकते समय हमेशा अपना मुंह और नाक एक टिश्यू पेपर या रूमाल (handkerchief) के साथ ढकें। इससे संक्रमण फैलने का खतरा कम रहेगा।
  9. आहार में पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थों का ही सेवन करें, जैसे कि फल, सब्जियां, और प्रोटीन युक्त आहार।
  10. अन्य लोगों के सामानों को छूने से बचें और हमेशा हाथों को धोने का अच्छा तरीका अपनाएं।
  11. जुकाम के दौरान व्यक्ति की प्रतिरोधशक्ति में कमी हो सकती है, जिससे उन्हें अन्य संक्रमण की समस्या हो सकती है। इसलिए विटामिन सी से भरपूर फल का सेवन करें।

जुकाम के लिए घरेलू इलाज (Home Remedies For Cold in Hindi)

जुकाम का घरेलू इलाज करने के लिए कई असरदार उपाय हैं जो आमतौर पर सर्दियों में होने वाले जुकाम को जल्द से जल्द ठीक कर सकते हैं। ये उपाय निम्नलिखित हैं:

1. जुकाम में अदरक और शहद का सेवन

जुकाम में अदरक और शहद के सेवन के लिए चिकित्सक द्वारा सलाह दी जाती है, क्योंकि ये दोनों ही प्राकृतिक औषधियाँ हैं जो खांसी, जुकाम और साइनस के लक्षणों में लाभदायक साबित होती हैं।

अदरक में एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीबैक्टीरियल गुण और एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज़ होती हैं जो इंफेक्शन को कम कर जुकाम को ठीक करने में मदद कर सकती हैं। इसके अलावा शहद में भी एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो बैक्टीरियल इंफेक्शन को कम करने में मदद करते हैं। इनका सेवन आप निम्न तरीको से कर सकते है;

एक छोटी सी कटी हुई अदरक को शहद के साथ मिलाकर ले। इससे आपके स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।
अदरक को कद्दूकस करके गरम पानी में शहद के साथ मिलाकर पीना या अदरक की चाय बनाना इसके सेवन का एक अच्छा तरीका हो सकता है।

ध्यान दे, अगर आपको अदरक या शहद के खिलाफ कोई एलर्जी है, तो इनका उपयोग न करें।

2. तुलसी का काढ़ा है में फायदेमंद:

तुलसी के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीना जुकाम के लक्षणों को कम करता है। तुलसी में अनेक गुण होते हैं जो स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं। यहां कुछ तुलसी के काढ़े के फायदे दिए गए हैं; तुलसी में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल, और एंटीफंगल गुण होते हैं जो इंफेक्शन को कम करने में मदद कर सकते हैं। साथ ही इम्युनिटी को मजबूत करने का कार्य भी करते है, जिससे आप बीमारियों के खिलाफ सुरक्षित रह सकते हैं। तुलसी का काढ़ा खांसी के समय ठंड से बचने में भी मदद करता है। तुलसी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सर्दी के कारण नाक में हुए इंफ्लेमेशन (सूजन) को कम करने में मदद कर सकते हैं।

तुलसी का काढ़ा बनाने का तरीका:

  1. पाँच-छह तुलसी की पत्तियाँ लें और उन्हें साफ पानी से धोएं।
  2. एक कप पानी में तुलसी की पत्तियाँ डालें।
  3. पत्तियों को दो-तीन मिनट तक उबालें।
  4. फिर एक चम्मच शहद मिलाएं और पीने के लिए ठंडा होने पर पीएं।

ध्यान दें :
गर्मी के मौसम में तुलसी का काढ़ा लिया जा सकता है, लेकिन बहुत ज़्यादा न ले क्योंकि यह गरमी बढ़ा सकता है।
यदि आपको तुलसी से एलर्जी है या आपको इसका सेवन करने से कोई साइड इफेक्ट हो रहा है, तो तुरंत इसका इस्तेमाल बंद करें।

3. ठंड के मौसम में जुकाम के लिए हल्दी और दूध

ठंड के मौसम में जुकाम एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है, जिसमे हल्दी और दूध के प्रयोग से लाभ पाया जा सकता है। हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन को कम करने वाले) गुण होते हैं जो जुकाम के कारण हुई सूजन को कम कर सकते हैं। इसका सेवन खांसी को ठीक करने में भी मदद कर सकता है। दूध में मौजूद विटामिन C, विटामिन D, और जिंक इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में भी मदद कर सकता हैं। साथ ही शरीर की थकान को कम कर दर्द से राहत दिला सकता है।

सर्दी-जुकाम के लिए हल्दी और दूध का प्रयोग निम्न बताए गए तरिके से किया जा सकता है ;
सामग्री:

  1. एक गिलास दूध,
  2. आधी छोटी चम्मच हल्दी,
  3. सोंठ एक चौथई चिम्मच पिसा (grind) हुआ,
  4. एक छोटी चम्मच शहद (वैकल्पिक)

तैयारी:

  1. सबसे पहले एक गिलास दूध उबालें।
  2. जब दूध उबल जाए, तो उसमें हल्दी और सोंठ मिलाकर इसका सेवन करें।
  3. यदि आप चाहे तो दूध को और भी लाभदायक और स्वादिस्ट बनाने के लिए उसमे एक से दो केसर या एक छोटी चम्मच शहद मिलाकर ले सकते है।

सेवन कैसे करें:
इसका सेवन रात को सोने से पहले करना लाभकारी हो सकता है, क्योंकि रात के समय इससे आराम मिलता है और शरीर को गरमी प्रदान होती है।


ध्यान रखने योग्य बातें:

अधिक मात्रा में हल्दी का प्रयोग न करें, क्योंकि अधिक मात्रा में हल्दी का सेवन करने से आपको कब्ज और ऊपरी तंतु मे जलन का सामना करना पड़ सकता है।
यदि आपको दूध से एलर्जी है या दूध से पाचन सम्बंधित समस्याएं हैं, तो आप इसका सेवन न करें।

4. मेथी और अलसी का प्रयोग जुकाम मे

जुकाम के लिए मेथी (Fenugreek) और अलसी (Flax seed) एक अच्छा घरेलू इलाज हो सकता है। यह दोनों ही उर्जा और पोषण से भरपूर होते हैं और सर्दी-जुकाम के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। इनमे मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स, लाइनसीड, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज़ होती हैं, जो खांसी और थूक को कम करने में मदद कर सकती हैं। मेथी का सेवन साइनस समस्याओं को भी कण्ट्रोल करने में मदद कर सकता है। इनमें विटामिन सी, पोटेशियम, मैग्नीशियम, विटामिन B6 और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती कर सकते हैं।

मेथी और अलसी का काढ़ा बनाने का तरीका:

  1. एक कप पानी में दो छोटे चम्मच मेथी और एक छोटा चम्मच अलसी डालें।
  2. इसे आधे घंटे तक भिगोए रखें।
    फिर इसे उबालें
  3. और शहद मिलाकर इसका सेवन करें।

5. जुकाम में फायदेमंद है काली मिर्च का प्रयोग

काली मिर्च का प्रयोग सर्दी-जुकाम में लाभदायक साबित हो सकता है। काली मिर्च में अलग-अलग प्रकार के अनेक गुण होते हैं, जो आपको सर्दी-जुकाम से राहत प्रदान कर सकते हैं। काली मिर्च में वायु शांति गुण होते हैं, जो खासी को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह गरमी पैदा करने की क्षमता, बलगम के कारण साँसों लेने में
जो समस्या होती है उसे ख़त्म कर सकती है। साथ ही खासी में राहत प्रदान कर सकती है। काली मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो श्वास नली प्रणाली को सुधारने में मदद कर सकते हैं। यह आपकी नाक में जमी बलगम को गरमी पैदा करके उसे बहने में मदद कर सकता है। इसके अलावा काली मिर्च में विटामिन C होता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद कर सकता है। काली मिर्च में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।

यहां कुछ तरीके हैं जिनमें काली मिर्च का उपयोग सर्दी-जुकाम के लिए किया जा सकता है:

  1. इसके लिए सबसे पहले एक कप पानी उबालें
  2. और उसमें आधी छोटी चम्मच काली मिर्च डालें।
  3. उबालने के बाद, इसमें शहद मिलाए।
  4. अब इसका सेवन गरमा गरम चाय की तरह करें।
  5. खांसी और जुकाम की समस्या होने पर इसका सेवन दिन में तीन से चार बार कर सकते हैं।

इस आर्टिकल के संक्षेप में, हमने देखा कि जुकाम का घरेलु इलाज और 1 दिन में जुकाम कैसे ठीक करें पर चर्चा करते हुए व्यापक जानकारी प्रदान की है। यहाँ उपलब्ध की गई सुझावों से जुकाम से निजात पाने के लिए, इस आर्टिकल को पढ़कर पाठक एक दिन में जुकाम को सकारात्मक रूप से प्रभावी तरीके से नियंत्रित करने के लिए सटीक निर्देशों को प्राप्त कर सकते हैं।

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